तानिया शर्मा
मिड डे मील स्कीम सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा चलाई गई एक स्कीम है जिसके जरिए स्कूल में पढ़ रहे छोटी आयु के बच्चों को पोषक भोजन खाने के लिए दिया जाता है। ये स्कीम काफी सालों से हमारे देश में चल रही है और इस स्कीम को हर स्टेट के सरकारी स्कूलों में चलाया जा रहा है। इस स्कीम के तहत हर रोज करोड़ बच्चों को स्कूल में भोजन करवाया जाता है।
मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब बच्चे डाइनिंग टेबल पर मध्यान्ह भोजन करेंगे। इसकी शुरुआत गुना से कर दी गई है। गुना में 80 पंचायतों के 100 स्कूलों में डाइनिंग हॉल तैयार कराए जा रहे हैं। गुना के 20 स्कूलों में डाइनिंग टेबल तैयार कर लिए गए हैं। बेरखेड़ी में तैयार डाइनिंग हॉल में ही पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने बच्चों के साथ बैठकर नाश्ता किया।
स्कूल में बना डाइनिंग टेबल
डाइनिंग टेबल पर सरकारी स्कूल के बच्चों को मिड डे मील देने की योजना की शुरूआत भाजपा सांसद ज्योरादित्य सिधिंया के गढ़ गुणा से होगी। मध्य प्रदेश के इस जिले में अबतक 20 सरकारी स्कूलों में इस योजना के तहत डाइनिंग टेबल का निर्माण भी हो चुका है। वहीं जिले के 80 पंचायत के 100 सरकारी स्कूलों में इस योजना को लागू करने का टारगेट रखा गया है।
8 सितंबर को हुई शुरूआत
पंचायत एवं ग्रामीण विकास के मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने इस स्कीम की शुरूआत 8 सितंबर को की। इस स्कीम की शुरूआत करते हुए मंत्री महेंद्र ने कहा कि इस स्कीम को पूरे राज्य में विस्तार किया जाएगा, सरकारी स्कूल के छात्र मैट या फर्श पर बैठकर खाना खाते थे। पर अब मनरेगा के तहत सीमेंट के बेंच और टेबल बनाए जा रहे हैं। इसके साइज स्कूल के टेबल्स से दोगुनी होगी।
पूरे राज्य में लागू होगी स्कीम
अब तक 20 स्कूलों में डाइनिंग टेबल बनाने का काम हो चुका है जिसमें करीब 7 लाख रुपये का खर्च आया है। वहीं गुणा जिले के सभी स्कूलों में इसे बनाने में तकरीबन 35 लाख का खर्च आएगा। इसके अलावा छात्रों को भी टेबल पर खाने का तरीका बताया जाएगा, जहां कहीं भी बच्चे फर्श पर खाएंगे हम वहां उनके लिए टेबल्स बनाएंगे। इस स्कीम को पूरे राज्य के सभी पंचायतों में लागू किया जाएगा। गुना में, जिन पंचायतों में पहले से ही स्कूल में डाइनिंग टेबल हैं, उनमें बेरखेड़ी, किशनपुरा , सुहाया, बनेह, लोदरा और कुशोपुर शामिल हैं।