हमारे आसपास कई तरह के जीव-जंतु रहते हैं, जिनमें से एक है बाघ। घने जंगलों में रहने वाले बाघों को बचाने के लिए कई तरह के अभियान चलाए जाते हैं। कुछ साल पहले इनकी संख्या इतनी कम हो गई थी कि लगता था कि कहीं ये विलुप्त न हो जाएं। वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर के मुताबिक, पिछले 150 सालों में जंगली बाघों की संख्या में 95 प्रतिशत से भी अधिक की गिरावट आई है।
ऐसे में हर साल 29 जुलाई को बाघों की पारिस्थतिकीय महत्व को उजागर करने के लिए विश्व बाघ दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत साल 2010 मे सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर शिखर सम्मेलन में हुई थी।
तो चलिए इस दिन के मौके पर हम आपको भारत के कुछ ऐसे बड़े टाइगर रिजर्व के बारे में बताते है, जहां बाघों की काफी संख्या है जिसकी वजह से यहां हर साल काफी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। तो चलिए जानते हैं इन जगहों के बारे में।
![रणथंभौर टाइगर रिजर्व (राजस्थान)](https://sp-ao.shortpixel.ai/client/to_auto,q_glossy,ret_img,w_366,h_304/https://biyanitimes.com/wp-content/uploads/2021/07/05_12_2020-ranthambore-century_21136440.jpg)
रणथंभौर टाइगर रिजर्व (राजस्थान)
राजस्थान में स्थित रणथंभौर टाइगर रिजर्व में बाघ काफी है। ये एरिया 1.134 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। वहीं, ये भारत के सबसे बड़े बाघ अभयारण्यों में से एक है। मौजूदा समय में बाघ को देखने के लिए इस टाइगर रिजर्व मे हर साल काफी पर्यटक पहुंचते हैं।
![कान्हा टाइगर रिजर्व (मध्य प्रदेश)](https://sp-ao.shortpixel.ai/client/to_auto,q_glossy,ret_img,w_391,h_220/https://biyanitimes.com/wp-content/uploads/2021/07/kanha-national-park.jpg)
कान्हा टाइगर रिजर्व (मध्य प्रदेश)
कान्हा टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश में स्थित है। ये प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। यहां बाघ काफी संख्या में हैं और इसके अलावा यहां कई अन्य प्रजाति के जीव-जंतु भी मौजूद हैं। यहां हर साल पर्यटक जंगल घूमने और जंगल सफारी की लुत्फ उठाने आते हैं।
![मानस राष्ट्रीय उद्यान (असम)](https://sp-ao.shortpixel.ai/client/to_auto,q_glossy,ret_img,w_362,h_204/https://biyanitimes.com/wp-content/uploads/2021/07/tiger.jpg)
मानस राष्ट्रीय उद्यान (असम)
मानस राष्ट्रीय उद्यान में बाघ की अच्छी संख्या बताई जाती है। ये जगह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित है। वहीं, बात इस जगह की करें तो ये जगह 39 हजार 100 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली हुई है। जहां एक तरफ ये उद्यान मानस नदी तक फैला हुआ है, तो उत्तर में भूटान के जंगलों से घिरा है।
![पेरियार टाइगर रिजर्व (केरल)](https://sp-ao.shortpixel.ai/client/to_auto,q_glossy,ret_img,w_355,h_295/https://biyanitimes.com/wp-content/uploads/2021/07/पेरियार-टाइगर-रिजर्व-केरल.jpg)
पेरियार टाइगर रिजर्व (केरल)
केरल में स्थित पेरियार टाइगर रिजर्व में बाघ के अलावा भी कई अन्य जीव-जंतु काफी संख्या में पाए जाते हैं। यहां बंगाल टाइगर, सफेद बाघ, एशियाई हाथी, जंगली सूअर और सांभर हिरण की बड़ी आबादी है, जिन्हें देखने के लिए यहां हर साल देश-विदेश से पर्यटक पहुंचते हैं।
![बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (मध्य प्रदेश)](https://sp-ao.shortpixel.ai/client/to_auto,q_glossy,ret_img,w_371,h_239/https://biyanitimes.com/wp-content/uploads/2021/07/005-1438408374_835x547.jpg)
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (मध्य प्रदेश)
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश में स्थित है और इस जगह पर रॉयल बंगाल टाइगर्स की आबादी सबसे ज्यादा है। इन्हें देखने के लिए हर साल यहां काफी सैलानी पहुंचते हैं। बात इस जगह के क्षेत्रफल की करें, तो ये जगह 820 वर्ग किलोमीटर की दूरी तक फैली हुई है।