वर्ल्ड कप से टीम इंडिया हुई बाहर, जानिए हार के कुछ कारण

लेंडल सिमंस और जॉनसन चार्ल्स के तूफानी अर्धशतकों की बदौलत वेस्टइंडीज ने विराट कोहली (नाबाद 89 रन, 47 गेंद, 11 चौका, 1 छक्का) के प्रयासों को विफल करते हुए वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को 7 विकेट से हराया। इस जीत के साथ ही वेस्टइंडीज फाइनल में पहुंच गया है।

टीम इंडिया ने निर्धारित 20 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर 192 रन बनाए, जवाब में लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज ने 19.4 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 196 रन बनाए। सेमीफाइनल में टीम इंडिया की हार के कारणों पर डालते है नजरः

नो बॉलः टीम इंडिया से जीत के लिए मिले 193 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज टीम के बल्लेबाजों का भाग्य मेहरबान रहा। भारतीय गेंदबाजों रविचंद्रन अश्विन और हार्दिक पांड्या ने तो अहम मौके पर विकेट निकाले लेकिन गलती से उनका पैर क्रीज से बाहर था। ये दोनों विकेट चार्ल्स और सिमंस के थे। उसके बाद तो दोनों बल्लेबाजों ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए तूफानी अंदाज में अर्धशतक जड़ा। इस गलती को भारतीय टीम अंत तक सुधार नहीं सकी।

डेथ ओवर में रन लुटानाः आखिरी जिसका डर था वहीं हुआ। भारतीय गेंदबाजों से डेथ ओवर में बेहतरीन गेंदबाजी की उम्मीद थी, लेकिन वे ऐसा करने में विफल रहे। भारतीय गेंदबाजों ने 16वें ओवर में 13 रन, 17वें ओवर में 10, 18 ओवर में 12 रन, 19वें ओवर में 12 रन और आखिरी ओवर की चार गेंदों पर 11 रन लुटा डाले।

ओसः भारतीय कप्तान एमएस धोनी ने ओस की वजह से स्पिनर्स का प्रभावी नहीं होना टीम इंडिया की हार बताया है। इसकी वजह से रवींद्र जडेजा ने 4 ओवर में 48 रन, रविचंद्रन अश्विन ने 2 ओवर में 20 रन जबकि विराट कोहली ने 1.4 ओवर में 15 रन लुटाए। हालाकि कोहली एक विकेट निकालने में कामयाब रहे।

टॉस हारनाः मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप में टॉस की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है। भारतीय टीम ने यहां सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज से टॉस हारकर शुरु से ही मुश्किल में आ गई। भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुए मुकाबले से पहले टूर्नामेंट के तीन मैच खेले गए थे जिसमें से दो मुकाबलों में टॉस जीतकर क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम ने, जबकि एक बार टॉस जीतने वाली टीम ने जीत दर्ज की थी। इस लिहाज से धोनी वानखेड़े स्टेडियम में अनलकी साबित हुए और वेस्टइंडीज से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय कप्तान एमएस धोनी ने भी मैच की समाप्ति के बाद कहा कि इस मैदान पर कोई भी लक्ष्य तय करना मुश्किल हैं।

5वां गेंदबाजः आशीष नेहरा के प्रभावी गेंदबाजी (4 ओवर, 24 रन, 1 विकेट) के बाद जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन से बेहतर गेंदबाजी की उम्मीद थी, लेकिन वे वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों के आगे कारगर साबित नहीं हुए। वहीं 5वें गेंदबाज के तौर पर हार्दिक पांड्या के असफल होता देख भारतीय कप्तान एमएस धोनी ने वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को रोकने के लिए विराट कोहली को गेंद थमाई, उन्होंने एक विकेट झटका भी। लेकिन कोहली का पहला ओवर सफल होने के बाद धोनी ने फिर जोखिम उठाया। हालाकि आखिरी ओवर में कोहली भारतीय कप्तान के फैसले को सही साबित कर नहीं सके और टीम इंडिया को वर्ल्ड कप से बाहर होना पड़ा।

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