शमा
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने गुरुवार को भारत के लिए अपने आर्थिक विकास के अनुमान को संशोधित कर वित्त वर्ष 2022 के लिए 9.4% कर दिया, जो पहले अनुमानित 9.6% था।
रेटिंग एजेंसी के मुताबिक कोरोना वायरस की सेकंड वेब के बाद मजबूत रिकवरी हुई है। इसके साथ कहा कि देश की पूरी व्यस्क आबादी को साल के अंत तक वैक्सीन लगाने का टारगेट पूरा नहीं होगा।
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने अपने पिछले पूर्वानुमान में स्पष्ट किया था कि आर्थिक सुधार टीकाकरण अभियान की प्रगति पर निर्भर करेगा। अगर भारत 31 दिसंबर 2021 तक अपनी पूरी वयस्क (18+) आबादी का टीकाकरण करने में सक्षम है, तो वित्त वर्ष 22 में जीडीपी की वृद्धि दर 9.6% आने की उम्मीद है, वरना यह 9.1% तक फिसल सकती है।
टीकाकरण की गति को देखते हुए अब यह लगभग तय है कि भारत 31 दिसंबर 2021 तक अपनी पूरी वयस्क आबादी का टीकाकरण नहीं कर पाएगा।
बता दें कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT) के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक जुलाई महीने में कोयला, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली क्षेत्र का उत्पादन एक साल पहले के इसी महीने की तुलना में बढ़ा है। हालांकि, इस दौरान कच्चे तेल के उत्पादन में 3.2 फीसदी की गिरावट आई है।
विदित हो कि जुलाई, 2020 में कोविड-19 महामारी की वजह से लागू अंकुशों के चलते बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में 7.6 फीसदी की गिरावट आई थी।
लेकिन, जून, 2021 में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 9.3 फीसदी बढ़ा था। वहीं, चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों अप्रैल-जुलाई में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 21.2 फीसदी बढ़ा है।