DEVIKA SHRIVASTAVA
ऐसे अनेको लोग होते है कोई न कोई बीमारी से घिरे होते है और इलाज में बहुत पैसा खर्च होता रहता है। मैं अपने बहुत से रोगियों को शहद सेवन की सलाह देता हूँ। इस प्रकार की पुरानी बीमारियों वाले मरीजों को और जनसामान्य के हित के लिए शहद द्वारा प्रारंभिक चिकित्सा बतायी जा रही है। आपको सलाह दी जाती है कि यदि आपको शुद्ध शहद मिल जाए तो यह प्रयोग करें। आइये हम भी शहद 7 फायदे जानते हैं –
2 ] बच्चों की कमजोरी में – प्रतिदिन बच्चों को शहद का सेवन करायें। इससे उनका शारीरिक व मानसिक विकास शीघ्रता से होगा।शहद में प्राकृतिक मिठास के साथ ही कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जिससे न सिर्फ छोटे बच्चों के शरीर को ऊर्जा मिलती है बल्कि इम्युनिटी भी मजबूत होती है। 1 साल से अधिक उम्र के बच्चों को शहद खिलाने से त्वचा से जुड़ी समस्याएं जैसे एक्जिमा या सोरायसिस नहीं होता है।
3 ] कब्ज़ हो जाने पर – हर दिन शाम को आंवले के चूर्ण के साथ शहद लेने से कब्ज़ की शिकायत नहीं होती। एक गिलास दूध में शहद डालकर पीने पर कब्ज (Constipation) से राहत मिल सकती है. यह दूध पाचन को बेहतर करने में असरदार है जिससे पाचन प्रक्रिया सुधरती है और कब्ज के साथ-साथ पेट की ऐंठन भी दूर होती है.
4 ] . दमे में – अडूसे का काढ़ा बनाकर उसमें 1 चम्मच शहद मिलाकर पीने से दमे में लाभ होता है। शहद और दालचीनी का सेवन करने से सर्दी-जुकाम की समस्याएं दूर रहती हैं। ऐसे में अस्थमा के मरीजों के लिए भी शहद और दालचीनी फायदेमंद साबित हो सकता है। रात में सोने से शहद और दालचीनी का सेवन करें। इससे अस्थमा में होने वाली परेशानियां दूर रहेंगी।
5 ] निमोनिया – निमोनिया, सर्दी, जुकाम में यह लाभकारी होता है। शहद बहुत लंबे समय से अपने उपचार गुणों के लिए जाना जाता है। यह खांसी और सर्दी को ठीक करने में सहायता करता है जो निमोनिया के लक्षण हैं । इसमें जीवाणुरोधी और रोगाणुरोधी गुण होते हैं। निमोनिया में होने वाले कफ और कोल्ड में शहद के सेवन से आराम मिलता है। इसके लिए 1/4 गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर हर रोज़ पीने से निमोनिया में आराम मिल सकता है। पेपरमिंट ऐंटी-इन्फ्लेमेट्री होता है, जो सीने में मौजूद कंजेशन को कम करने में मदद करता है और साथ पेनकिलर का काम भी करता है।
7 ] मलेरिया में – 250 ml पानी में 2 नींबू निचोडे़ं और उनके छिलके भी उस पानी में डालकर उबाल लें। ठंडा करने के बाद उसमें 2 चम्मच शहद मिलाएं और रोगी को पिला दें। ऐसा 5 दिन करने से रोगी को मलेरिया जनित समस्याओं में राहत देता हैं।