पीएम मोदी ने लॉन्च लिया जन समर्थक पोटर्ल , ‘Iconic Week’ का किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वित्त और कार्पोरेट कार्य मंत्रालयों के ‘प्रतिष्ठित सप्ताह समारोह’ (Iconic Week Celebrations) का उद्घाटन किया। साथ ही पीएम मोदी ने डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इसी के साथ पीएम ने 1 रुपये, 2 रुपये, 5 रुपये, 10 रुपये और 20 रुपये के सिक्कों की विशेष श्रृंखला भी जारी की। पीएम मोदी ने कहा आजादी के लंबे संघर्ष में जिसने भी हिस्सा लिया, उसने इस आंदोलन में एक अलग आयाम को जोड़ा और उसकी ऊर्जा बढ़ाई। किसी ने सत्याग्रह का रास्ता अपनाया, किसी ने अस्त्र–शस्त्र का रास्ता चुना, किसी ने आस्था और आध्यात्म, तो किसी ने बौद्धिकता आजादी की अलख को जलाने में मदद की। पीएम मोदी ने कहा कि इसलिए आज जब हम आज़ादी के 75 वर्ष का पर्व मना रहे हैं, तो प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है कि वो अपने-अपने स्तर पर, अपना कोई विशिष्ठ योगदान राष्ट्र के विकास में जरूर जोड़े।

खुद जनता तक पहुंचें ये है प्राथमिकता

उन्होंने ये भी कहा कि 1500 से ज्यादा कानून समाप्त कर, कंपनीज एक्ट के कई प्रावधान डीक्रिमिनिलाइज करके हमने ये सुनिश्चित किया कि भारत की कंपनियां न सिर्फ आगे बढ़ें, बल्कि नई ऊंचाई प्राप्त करें। पीएम ने कहा कि ये जनता ही है जिसने अपनी सेवा के लिए हमें यहां भेजा इसलिए हमारी ये प्राथमिकता है कि खुद जनता तक पहुंचें. हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचना, उसे पूरा लाभ पहुंचाना हमारा दायित्व है।

पीएम मोदी ने कहा कि अलग-अलग मंत्रालयों की अलग-अलग वेबसाइट के चक्कर लगाने से बेहतर है कि भारत सरकार के एक पोर्टल तक पहुंचें और समस्या का समाधान हो जाए. उन्होंने कहा कि इसी लक्ष्य के साथ आज ‘Jan Samarth Portal’ लांच किया गया है। पीएम ने कहा कि 21वीं सदी का भारत People-Centric governance अप्रोच के साथ आगे बढ़ा है. उन्होंने आजादी आजादी के बाद देश की 75 साल लंबी विकास यात्रा का भी जिक्र किया और आजादी की लड़ाई के नायकों को भी याद किया।

मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा भारत ने भी बीते आठ वर्षों में अलग-अलग आयामों पर काम किया है। इस दौरान देश में जो जनभागीदारी बढ़ी, उन्होंने देश के विकास को गति दी है, देश के गरीब से गरीब नागरिक को सशक्त किया है। साथ ही पीएम ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान ने गरीब को सम्मान से जीने का अवसर दिया। पक्के घर, बिजली, गैस, पानी, मुफ्त इलाज जैसी सुविधाओं ने गरीब की गरिमा बढ़ाई है। कोरोना काल में मुफ्त राशन की योजना ने 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को भूख की आशंका से मुक्ति दिलाई है।

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