DEVIKA SHRIVASTAVA
अप्रैल के शुभारंभ में ही वंदे भारत की शुरुआत जयपुर रूट से हो जायगी। कुल तीन स्टेशनों पर यह ट्रेन रुकेगी। इनमें गुरुग्राम (गुड़गांव), रेवाड़ी और अलवर शामिल हैं। ट्रॉयल में ट्रेन की स्पीड 72 घंटे किलोमीटर प्रतिघंटे की होगी बाद में यह ट्रेन 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से सफर करेगी। यह 1 हफ्ते का ट्रॉयल होगा 23 मार्च को दिल्ली से जयपुर का ट्रॉयल होगा।
दिल्ली से अजमेर के बीच होगा ट्रॉयल – करीब हफ्तेभर ट्रायल के दौरान 72 के स्पीड से ट्रेन चलेगी। वंदे भारत दिल्ली से शाम 6 बजकर 10 मिनट पर चलेगी। पहला ठहराव गुरुग्राम 6:45 होगा। रेवाड़ी जंक्शन पर शाम 7 बजकर 35 मिनट पर पहुंचेगी। अलवर में भी इसका दो मिनट का ठहराव दिया गया है। यहां रात 8 बजकर 25 मिनट पर यह ट्रेन पहुंचेगी। रात करीब 10 बजकर 20 मिनट पर जयपुर पहुंचेगी। अजमेर पहुंचने का समय इस ट्रेन का रात 12 बजकर 15 मिनट है। 442 किलोमीटर का सफर 6 घंटे 5 मिनट में पूरा होगा। फिर ये ट्रेन सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर अजमेर से रवाना होगी। जयपुर सुबह 7 बजकर 55 मिनट पर पहुंचेगी। जयपुर में 15 मिनट का स्टॉपेज है। सुबह 8 बजे यहां से रवाना होने के बाद 9 बजकर 41 मिनट पर अलवर, 10:48 मिनट पर रेवाड़ी, 11 बजकर 25 मिनट पर गुरुग्राम और दोपहर 12:15 बजे दिल्ली पहुंचेगी।
हफ्ते के सिर्फ 6 दिन चलेगी ये ट्रेन – रेल्वे की समय सारणी के अनुसार हफ्ते 6 दिन ही चलगी ट्रेन। सोमवार, मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार। जबकि हर सप्ताह बुधवार के दिन मेंटेनेंस के चलते इसका संचालन नहीं किया जाएगा।
लंच में होगा जोधपुरी पुलाओ – रेल्वे स्टाफ के अनुसार वंदे भारत में ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर में RCTC के मेन्यू में प्याज की कचौर, जोधपुरी पुलाव और दाल-बाटी को शामिल किया गया है। लेकिन, इसके लिए यात्रियों को अलग से चार्ज देना होगा। ट्रेन शेड्यूल के अनुसार इसमें ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर की व्यवस्था होगी।
16 डिब्बे, 1196 यात्री कर सकेंगे सफर – वंदे भारत में 16 पैसेंजर कार हैं, जिसमें कुल 1,196 यात्री सफर कर सकेंगे। एक पैसेंजर कार में सीटिंग अरेंजमेंट 3X2 रहेगा और 78 सीटें होंगी। ट्रेन के बीच में दो बोगी एग्जीक्यूटिव क्लास की रहेंगी, जिसमें सीटिंग अरेंजमेंट 2X2 का होगा और 52-52 यात्री सफर कर सकेंगे।
वंदे भारत के कोच –
चेयर – विस्टाडोम कोच को भी इसमें शामिल किया जाएगा। चेयर रिवॉल्विंग होगी यानी जिस दिशा में ट्रेन चल रही होगी उसी दिशा में आप अपनी चेयर को घुमा सकेंगे। यह चेयर 180 डिग्री घूम सकेगी।
ऑटोमेटिक स्लाइड डोर – मेट्रो की तरह डोर ऑटोमेटिक होंगे। स्टेशन आने पर खुलेंगे और बंद हो जाएंगे। खुलने से पहले बीप बजेगी और बंद होने से पहले भी ताकि उतरने-चढ़ने वाले अलर्ट हो जाएं।
AC कोच – ट्रेन पूरी तरह से एयर कंडीशन होगी। मेट्रो की तरह ट्रेन में सेंट्रल एसी होगा, जो पूरी ट्रेन के टेंपरेचर को मेंटेन रखेगा।
टेम्परेचर कंट्रोलर – हर कोच में टेंपरेचर को कंट्रोल करने के लिए बटन होगा। इसके साथ ही सीट के पास कूलिंग को कंट्रोल करने के लिए स्विच होगा।
डिस्प्ले बोर्ड – हर कोच में डिस्प्ले बोर्ड होगा। जैसे ही नेक्स्ट स्टेशन आएगा, इसमें अनाउंसमेंट किया जाएगा। डिस्प्ले बोर्ड पर इमरजेंसी नंबर व जरूरी इनफॉर्मेशन भी डिस्प्ले होगी।
मिनी पैंट्री – यात्रियों के लिए ट्रेन में नाश्ते की व्यवस्था होगी। फ्लाइट की तरह एग्जीक्यूटिव क्लास के टिकट में ही पैंट्री व फूड का रेट शामिल होगा।