ब्रिसबेन: भारत की युवा क्रिकेट टीम ने अपने जबरदस्त जुझारूपन और बहादुरी के दम पर चौथे और आखिरी टेस्ट मैच के पांचवें दिन ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा बॉर्डर-गावस्कार ट्रॉफी अपने पास ही रखी है। यह भारत की सर्वकालिक महान टेस्ट सीरीज जीत मानी जा रही है। चौथे और आखिरी टेस्ट मैच को जीतने के लिए भारत को 328 रन बनाने थे, जो उसने शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत की बेहतरीन पारियों के दम पर सात विकेट खोकर बना लिए।
ब्रिसबेन में टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत
ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में 294 रनों पर ऑलआउट हुई और भारत (Team India) को जीतने के लिए 328 रनों का मुश्किल लक्ष्य मिला था. गाबा के मैदान पर इनते रनों का लक्ष्य चेज करना नामुमकिन सा लग रहा था लेकिन टीम इंडिया ने मुकाबले के आखिरी दिन लक्ष्य हासिल कर जीत दर्ज की और 32 साल बाद गाबा के इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को हार का सामना करना पड़ा.
पहली पारी के हीरो रहे सुंदर और ठाकुर
ब्रिसबेन के इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. पहले बल्लेबाजी करते हुए कंगारुओं ने 369 रन स्कोर बोर्ड पर लगाए. जिसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया विकेट खोती रही और एक वक्त पर लग रहा था कि मेजबान टीम काफी आगे निकल जायेगी.
ऑस्ट्रेलिया की बादशाहत खत्म
ऐतिहासिक जीत दर्ज करके श्रृंखला अपने नाम करने के साथ ऑस्ट्रेलिया की गाबा में 32 वर्षों से चली आ रही बादशाहत भी खत्म कर दी.ऑस्ट्रेलिया को गाबा मैदान पर 32 साल के बाद कोई हार मिली है. ऑस्ट्रेलिया ने गाबा में आखिरी टेस्ट मैच 1988 में वेस्टइंडीज के खिलाफ गंवाया था. इसके बाद से उसे इस मैदान पर कभी हार नहीं मिली.