16 साल की कियारा ने संतरे और रुचिरा (एवोकैडो) फलों के छीलके से ऐसा पॉलीमर बनाया है जो पानी सकता है । इस से मिट्टी में नमी बनी रहती है । सूखे के इस समाधान के लिए कियारा को इस साल ‘गूगल साइंस फेयर’ में 50,000 डॉलर (3.35 लाख रु.) का अवार्ड मिला है । इस प्रतियोगिता में 13-18 साल के बाल-वैज्ञानिक भाग लेते है । उन्हें दुनिया की बड़ी चुनोतियां का समाधान निकलना होता है । कियारा को भरोसा है की उनके पॉलीमर से किसानों को काफी मदद मिलेगी और खाद सुरक्षा 73% बढ़ जायेगी । अब वह संतरे के छीलके से बने पॉलीमर से पानी फ़िल्टर करने पर प्रयोग कर रही है
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