जापान के P M किशिदा का भारत दौरे का आज दूसरा दिन

राधिका अग्रवाल

 

जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा के भारत दौरे का आज दूसरा दिन है, आज वो राष्ट्रपति मुर्मू से मिलेंगे। इसके बाद वो यूक्रेन के लिए रवाना होंगे, जहां उनकी मुलाकात जेलेंस्की से होगी। इससे पहले 20 मार्च को उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलाकात की थी। इतना ही नहीं उन्होंने PM मोदी के साथ लस्सी बनाई और गोलगप्पे खाए थे। बुद्ध जयंती पार्क में लकड़ी की बेंच पर बैठकर PM मोदी से बातचीत भी की थी। भारत पहुंचने के बाद जापानी प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा – मैंने PM मोदी को हिरोशिमा में होने वाले G-7 समिट के लिए न्योता दिया और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। मैं भारत की धरती से आजाद इंडो-पैसिफिक को लेकर अपना विजन साझा करूंगा। वहीं PM मोदी ने कहा – ` मुझे हमेशा दोनों देशों के बीच संबंध को लेकर पॉजिटिविटी महसूस हुई। मैंने उनसे हमारे G-20 अध्यक्षता की प्राथमिकताओं के बारे में बात की। हमारा लक्ष्य सभी को साथ लेकर चलना है।

वैश्विक समस्याओं से निपटने पर चर्चा हुई : –

इस साल जापान G7 और भारत G20 की अध्यक्षता कर रहा है। जापानी प्रधानमंत्री की यात्रा से दोनों देशों को G20 और G7 के बीच सहयोग लाने का मौका मिला। दोनों लीडर्स ने इस बारे में चर्चा की कि कैसे फूड एंड हेल्थ सिक्योरिटी, एनर्जी ट्रांजिशन और इकोनॉमिक सिक्योरिटी पर G20 और G7 देश एक साथ काम कर सकते हैं।

चीन की चुनौती से निपटने पर फोकस :-

प्रधानमंत्री मोदी से बैठक के बाद वह एक थिंक टैंक के कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे, जहां वह अपने संबोधन में मुक्त हिंद प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी योजनाओं का खुलासा करेंगे। हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में चीन अपनी ताकत लगातार बढ़ा रहा है। यही वजह है कि भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने क्वाड बनाकर चीन की चुनौती से निपटने की योजना बनाई है। किशिदा मुक्त हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र के लिए भारत की बढ़ती भूमिका पर भी वह अपने विचार रखेंगे। मुक्त हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र के लिए भारत और जापान के बीच पेट्रोलिंग बढ़ाने, मेरीटाइम कानूनों का पालन कराने की क्षमता बढ़ाने, साइबर सुरक्षा, डिजिटल और हरित ऊर्जा समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई।

भारत-जापान ने जापानी भाषा और बुलेट ट्रेन के सहयोग पर किए हस्ताक्षर :-

भारत और जापान के बीच दो अहम समझौते हुए। जापान के पीएम फुमियो किशिदा की भारत यात्रा पर विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने एक विशेष ब्रीफिंग में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस मौके पर दो समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। इनमें पहला जापानी भाषा में एमओसी (सहयोग ज्ञापन) के नवीनीकरण से संबंधित है। इसका उद्देश्य अनिवार्य रूप से उच्च स्तर की भाषा सीखने पर ध्यान केंद्रित करना है। वहीं, दूसरा समझौता मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेलवे परियोजना से संबंधित है। दूसरे समझैते में इस परोयोजना के लिए 300 अरब के जेआईसीए ऋण पर नोटों का आदान-प्रदान था।

बुलेट ट्रेन परियोजना पर एफएस क्वात्रा ने कहा, “इस यात्रा के दौरान भारत, जापान के बीच समझौते की चौथी किश्त पर हस्ताक्षर किए गए। साथ ही नेताओं ने परियोजना के कार्यान्वयन की वर्तमान स्थिति का जायजा भी लिया।

दोनों देशो में लगातार बढ़ रहा है सहयोग :-

भारत और जापान लगातार चीन की बढ़ती चुनौती का सामना कर रहे हैं। चीन लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर आक्रामक रुख अपनाए हुए है। वहीं चीन सेनकाकु द्वीप पर भी अपना अधिकार जमाता है, जिसे लेकर जापान के साथ उसका विवाद चल रहा है। भारत और जापान के बीच बढ़ते सहयोग का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के बीच साल 2022 में तीन बार मुलाकात हुई। साल 2023 में भी दोनों नेताओं के बीच तीन बार मुलाकात होगी। जिसमें जी20, जी7 और क्वाड की बैठक शामिल है।

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