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पीएम मोदी का बजट पर केंद्रित वेबिनार आज, घोषित योजनाओं पर मांगेगे सुझाव

राधिका अग्रवाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हरित विकास पर आयोजित होने वाले एक वेबिनार को संबोधित करेंगे। वेबिनार का मकसद है कि केंद्रीय बजट में की गई घोषणाओं को अमल में लाने के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स को एक साथ लाया जाए और उनमें कॉर्डिनेशन बैठाया जाए।  वेबिनार की शुरुआत 2021 में हुई थी।केंद्रीय बजट में घोषित की गई योजनाओं के एग्जीक्यूशन कैसे करें इस पर सुझाव लेने के लिए सरकार 23 फरवरी से 11 मार्च तक ऐसे बारह वेबिनार आयोजित करने वाली है। आज  पहला वेबिनार होगा। वेबिनार में हरित विकास के ऊर्जा और गैर-ऊर्जा दोनों पर केंद्रित छह सत्र होंगे। वेबिनार विद्युत मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ़  पावर ) की ओर से आयोजित किया जाएगा।

इस वेबिनार के दौरान ग्रीन ग्रोथ, कृषि और सहकारिता, युवा शक्ति का दोहन-कौशल और शिक्षा, मिशन मोड में पर्यटन का विकास,पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान  साथ लॉजिस्टिक दक्षता में सुधार,स्वास्थ्य और चिकित्सा अनुसंधान, वित्तीय क्षेत्र और पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान जैसे विषयो पर चर्चा की जाएगी।

वेबिनार बजट में सुधार का एक हिस्सा :-    
पीएम नरेन्द्र मोदी  के नेतृत्व में बजट की तारीख 1 फरवरी तय की गई, ताकि मॉनसून के आने से पहले मंत्रालयों और विभागों को फंड का सही इस्तेमाल करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके. पीएम मोदी ने बजट को लेकर कई सुधार भी किए हैं. बजट के बाद आयोजित किए जाने वाले ये वेबिनार बजट में सुधार का एक हिस्सा हैं. पीएम मोदी का इस वेबिनार के पीछे का मकसद सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों, शिक्षा जगत, उद्योग और क्षेत्र के जानकारों को एक प्लेटफॉर्म पर एक साथ लाने और अलग-अलग सेक्टर में अमल करने की स्ट्रैटेजी पर सहयोगात्मक रूप से काम करना है।

तालमेल पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा :-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  पोस्ट -बजट वेबिनार में अलग-अलग मंत्रियों और विभागों और सभी संबंधित हितधारकों (स्टेकहोल्डर्स) के तिमाही लक्ष्यों के साथ काम की प्लानिंग की तैयारी की कोशिशों के तालमेल पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उन्हें अलग-अलग विषयों के मुताबिक आयोजित किया जा रहा है. इनमें संबंधित केंद्रीय मंत्री, सरकारी विभागों के प्रमुख हितधारक, नियामक, शिक्षाविद, व्यापार और उद्योग संघ आदि शामिल होंगे।

सप्तर्षि में से एक है हरित विकास :-
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में 2023-24 का केंद्रीय बजट पेश करने के दौरान सात आधार बताए थे। हरित विकास को  सप्तर्षि  कहा गया। सप्तर्षि में समावेशी विकास, वंचितों को वरीयता, बुनियादी ढांचे और निवेश, क्षमता विस्तार, हरित विकास, युवा शक्ति, और वित्तीय क्षेत्र शामिल है।

क्या है हरित विकास?
केंद्रीय बजट 2023-24 के अनुसार हरित विकास देश में हरित औद्योगिक और आर्थिक परिवर्तन, पर्यावरण के अनुकूल कृषि तथा सतत ऊर्जा से जुड़ा है। कहा जा रहा है कि इससे बड़ी संख्या में हरित रोजगार के मौके मिलेंगे। बजट में अलग-अलग क्षेत्रों और मंत्रालयों के लिए कई परियोजनाओं और पहलों की परिकल्पना की गई है। इनमें ग्रीन हाइड्रोजन मिशन, ऊर्जा परिवर्तन, ऊर्जा भंडारण परियोजनाएं, ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम, पीएम प्रणाम, गोबर्धन योजना, भारतीय प्राकृतिक खेती बायो-इनपुट संसाधन केन्द्र, मिष्टी और अमृत धरोहर शामिल हैं।

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