72वें गणतंत्र दिवस पर राफेल ने पहली बार भरी उड़ान

72वें गणतंत्र दिवस पर राफेल ने पहली बार भरी उड़ान:

देश 72वां रिपब्लिक डे मना रहा है। राजपथ पर रिपब्लिक डे परेड हुई। 72वें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए। दो बातें खास रहीं। पहली- बांग्लादेश की टुकड़ी ने पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया। दूसरी- भारतीय वायुसेना का राफेल फाइटर जेट भी पहली बार इस परेड का हिस्सा बना। हालांकि, कोरोना के चलते इस बार परेड की सूरत बदली-बदली नजर आई।

एकलव्य फॉर्मेशन में राफेल का दिखा दमखम

राजपथ के आसमान में राफेल ने अपनी ताकत दिखाई। यह पलक झपकते ही गायब हो गया। एकलव्य फॉरमेशन की अगुवाई राफेल लड़ाकू विमान ने की। राफेल के साथ दो जगुआर, दो मिग-29 लड़ाकू विमान हैं। राफेल लड़ाकू विमान इस बार वर्टिकल चार्ली रूप में दिखा। इस फॉर्मेशन का नेतृत्व 17 स्क्वाड्रन के कैप्टन रोहित कटारिया ने की।

72वें गणतंत्र दिवस स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है भारत

भारत, 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर जीत के उपलक्ष्य में स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है. इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश अस्तित्व में आया था. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि परेड के दौरान थल सेना अपने मुख्य जंगी टैंक टी-90 भीष्म, इनफैन्ट्री कॉम्बैट वाहन बीएमपी-दो सरथ, ब्रह्मोस मिसाइल की मोबाइल प्रक्षेपण प्रणाली, रॉकेट सिस्टम पिनाका, इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली समविजय समेत अन्य का दमखम प्रदर्शित करेगी.
गणतंत्र दिवस परेड पर इस साल नौसेना अपने पोत आईएनएस विक्रांत और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान नौसैन्य अभियान की झांकी पेश करेगी. भारतीय वायु सेना हल्के लड़ाकू विमान तेजस और देश में विकसित टैंक रोधी निर्देश मिसाइल ध्रुवास्त्र पर प्रस्तुति पेश करेगी. राफेल समेत वायु सेना के 38 विमान और भारतीय थल सेना के चार विमान उड़ान में हिस्सा लेंगे. परेड के समय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की इस बार दो झांकी होगी.

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