जयपुर। रेलवे की ओर से टीए बिल के सत्यापन के लिए मोबाइल रिकॉर्ड को काम में लिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक रेलवे जल्द ही इसे लागू करने जा रहा है। सेफ्टी टास्क फोर्स ने रेलवे बोर्ड से इस व्यवस्था को शुरू करने की सिफारिश की है। फोर्स ने बोर्ड से कहा है कि इससे फर्जी टीए बिल क्लेम करने वाले स्टाफ पर अंकुश लगेगा। ड्राइवर,गार्ड,टीटीई सहित अन्य रनिंग स्टाफ के कामकाज की निगरानी के दौरान मोबाइल रिकॉर्ड की जांच में गलत जानकारी देने वालों से जुर्माना भी वसूल किया जाएगा। उनके खिलाफ अनुशासन एवं अपील नियम के तहत विभागीय कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि रेलवे बोर्ड को हाल ही में रनिंग स्टाफ की ओर से फर्जी तरीके से यात्रा भत्ता(टीए) क्लेम करने की शिकायत मिली थी । इसके बाद ही बोर्ड ने टीए क्लेम को पास करने से पहले जांच की प्रक्रिया को कड़ा करने का निर्णय लिया है। वहीं आईआईटी खड़गपुर की ओर से रेलवे को सुझाव दिया गया है कि रेलवे गार्ड, ड्राइवर के साइन ऑन होने की प्रक्रिया बायोमीट्रिक सिस्टम पर होंगी। इसके लिए क्रू मैनेजमेंट सिस्टम(सीएमएस) को बायोमीट्रिक सिस्टम से और ब्रेथ एनालाइजर मशीन को भी सीएमएस से जोड़ दिया जाएगा।
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