जयपुर में ओटीएस के पास झालाना एरिया में बने राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोकार्पण किया। गहलोत ने राजस्थान को देश का नंबर वन राज्य बनाने का अपना विजन घोषित किया। सीएम ने कहा- हर किसी को अपना विजन लेकर चलना चाहिए और मैं मुख्यमंत्री रहूं या न रहूं, मेरा विजन है कि मैं 2030 तक राज्य को नंबर एक पर लेकर जाऊं।
साल 2013 में रखी थी प्रोजेक्ट की नींव :-
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक इस सेंटर की नींव गहलोत ने ही अपने पिछले कार्यकाल में अप्रैल 2013 रखी थी। सरकार बदलने के बाद इस प्रोजेक्ट का काम धीमा हो गया था। बाद में दोबारा सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री ने इस प्रोजेक्ट पर फिर से काम शुरू करवाया, जो इस महीने पूरा हुआ।
जेईसीसी का विकल्प तैयार :-
इस सेंटर को बनवाने का मुख्य उद्देश्य नेशनल-इंटरनेशनल लेवल के सेमिनार, वर्कशॉप, मीटिंग समेत अन्य कार्यों के लिए जगह उपलब्ध करवाना है। अभी तक जयपुर में कोई बड़े स्तर का सेमिनार कराना होता था तो सीतापुरा स्थित जेईसीसी ही था। अब विकल्प के तौर पर आरआईसी हो गया है। यहां भी बड़े स्तर के सेमिनार कराए जा सकते हैं। यहां 1700 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता के छोटे-बड़े 5 से ज्यादा सेमिनार हॉल बने हैं। इसके अलावा एक बड़ा रेस्टोरेंट, लाइब्रेरी और करीब 240 कारों की क्षमता वाली पार्किंग है।
140 करोड़ रुपए खर्च :-
झालाना में करीब 7.44 हेक्टेयर जमीन पर बने इस सेंटर को दो फेज में बनाया गया। पहले फेज में इसका 5 मंजिला (बेसमेंट पार्किंग, अण्डरग्राउण्ड फ्लोर, ग्राउण्ड फ्लोर, फर्स्ट फ्लोर और सेकेंड फ्लोर) स्ट्रक्चर बनाया गया। स्ट्रक्चर बनने के बाद साल 2021 से इसकी फिनिशिंग का काम सेकेंड फेज में करवाया गया। इस पूरे निर्माण पर जेडीए ने 140 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
राधिका अग्रवाल