जयपुर। विद्याधर नगर स्थित बियानी ग्रुप ऑफ कॉलेजेस में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 19वां कल्पना चावला मेमोरियल अवॉर्ड समारोह भव्य रूप से आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में आयोजक डायरेक्टर डॉ. संजय बियानी, डीन व प्रिंसिपल डॉ. ध्यान सिंह गोठवाल, बी. एड प्रिंसिपल डॉ. एकता पारीक, आइक्यूएसी हैड डॉ. अपर्णा दीक्षित, सम्यक ब्रांच मैनेजर तस्लीम खान ने दीप प्रज्वलित कर किया।
प्रसिद्ध मोटिवेशनल गुरु एवं काउंसलर डॉ. संजय बियानी का सम्बोाधन
डॉ. संजय बियानी ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान नहीं, बल्कि सकारात्मक व्यक्तित्व निर्माण होना चाहिए। सच्ची शिक्षा वही है जो विकास करे और चेहरे पर मुस्कुराहट लाए।
गणेश जी के प्रतीकों के माध्यम से जीवन मूल्य की सीख
डॉ. बियानी ने कहा कि गणेश जी के बड़े कान हमें केवल सुनना ही नहीं, बल्कि समझदारी और एकाग्रता से सुनना सिखाते हैं। उनका एक हाथ कर्म के लिए प्रेरित करता है। दूसरे हाथ में रखा मोदक फल की प्राप्ति का प्रतीक है। इसलिए हमें ध्यान से सुनना और कर्म करना आना चाहिए, जिससे हमें फल की प्राप्ति हो।
लक्ष्य निर्धारण, काउंसलिंग और सफलता के चार मंत्रों पर जोर
कल्पना चावला का उदाहरण देते हुए उन्होंने लक्ष्य निर्धारण और काउंसलिंग की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार करियर चुनने दें। उन्होंने सकारात्मक माहौल और कृतज्ञता को सफलता की कुंजी बताया। साथ ही उन्होंने सपनों को साकार करने के चार स्टेप साझा किए: ड्रीम, बिलीव, विज़ुअलाइज़ और एक्शन।
कोर्स जानकारी और वैचारिक मार्गदर्शन
वहीं आइक्यूएसी हैड अपर्णा दीक्षित ने सभी कोर्सेज की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने इंटरेस्ट के अनुसार जीवन की दिशा तय करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत होना ज़रूरी है। कल्पना चावला का उदाहरण देते हुए उन्होंने जर्नी को अधिक महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने बताया कि बियानी में यह अवॉर्ड 19 वर्षों से दिया जा रहा है। साथ ही विद्यार्थियों से संगठन से जुड़ने का आग्रह किया।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रेरणा
सम्यक ब्रांच मैनेजर तस्लीम खान ने सभी विषयों के विद्यार्थियों को आईएएस, आरएएस जैसी परीक्षाओं के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बियानी के साथ सम्यक में पढ़ाई से समय की बचत होती है, क्योंकि छात्र एक साथ कॉलेज शिक्षा और सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं।
प्रतिभाओं को मिला सम्मान
सभी के मोटिवेशनल स्पीच के बाद सभी कक्षा 12वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर देकर सम्मानित किया गया।