अनुष्का शर्मा
यूजीसी ने जारी किया आदेश
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक बड़ा आदेश जारी किया है। इसके तहत अब चार साल की स्नातक डिग्री लेने वाले छात्र अब सीधे यूजीसी नेट दे सकते हैं और पीएचडी कर सकते हैं।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब चार साल की स्नातक डिग्री लेने वाले छात्र सीधे यूजीसी नेट दे सकते हैं और पीएचडी कर सकते हैं। यूजीसी ने बताया कि जेआरएफ के साथ या उसके बिना पीएचडी करने के लिए छात्रों को चार साल के स्नातक प्रोग्राम में कम से कम 75 प्रतिशत अंक या समकक्ष ग्रेड हासिल करने होंगे। इस समय राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) के लिए छात्रों को केवल 55 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातकोत्तर डिग्री की जरूरत है।
नए नियम के तहत अब चार साल की स्नातक डिग्री वाले छात्र भी इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर एम.जगदीश कुमार ने बताया है कि एफवाईयूपी पूरा करने वाले छात्रों को ऐसे किसी भी विषय में उपस्थित होने की अनुमति दी जाएगी, जिसमें कि वे पीएचडी करना चाहते हैं। गौरतलब है कि यह विषय उन विषयों से अलग हो सकते हैं जिनकी पढ़ाई छात्रों ने एफवाईयूपी के दौरान की है।
यूजीसी ने लागू की हैं शर्तें
हालांकि इसके लिए यूजीसी ने कुछ शर्ते भी तय की है। एफवाईयूपी पूरा करने वाले या आठ सेमेस्टर पूरा करने के उपरांत ग्रेजुएशन की डिग्री लेने वाले छात्र इस नई व्यवस्था में मान्य होंगे। हालांकि चार वर्षीय डिग्री पूरी होने पर इन छात्रों के न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक होना आवश्यक है। जहां अंकों की बजाय ग्रेड की व्यवस्था है, वहां भी 75 प्रतिशत अंकों के बराबर ग्रेड होना चाहिए। एससी, एसटी, ओबीसी, दिव्यांग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को यहां अंकों में कुछ छूट प्रदान की जा सकती है।