Sakat Chauth Vrat 2021: माघ महीने में पड़ने वाली चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व होता है. इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु की कामना के लिए भगवान गणेश की उपासना करती है. मान्यता है कि संकट चौथ के दिन भगवान गणेश जी की पूजा करने से ग्रहों की अशुभता दूर होती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान गणेश की पूजा बुध, राहु और केतु ग्रह से संबंधित होती है. इस साल सकट चौथ 31 जनवरी 2021 को पड़ रही है. आइए जानते है संकट चौथ से जुड़ी पूरी जानकारियां…
Sakat Chauth Vrat 2021: सकट चतुर्थी में गणेश पूजा
सकट चतुर्थी में गणेश पूजा के साथ चंद्र को अर्घ्य दिया जाता है. गणेश जी को पीत वस्त्र पहना कर और प्रतिमा स्थापित कर पूजन किया जाता है. पूरा दिन उपवास और यज्ञादि के बाद शाम को गणेश पूजन उपरांत चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाता हैं.
शिव कथाओं के अनुसार पार्वती के उबटन से बने गणेश जी घर पर पहरा दे रहे थे. उसी समय शिवजी वहां पधारे, पार्वती स्नानागार में थीं, शिव जी को गणेश जी ने घर में प्रवेश से रोका, इस पर भोलेनाथ और गणेश जी में भयंकर युद्ध हुआ. क्रोध में शिवजी ने त्रिशूल से बाल गणेश का सिर धड़ से अलग कर दिया. गणेश की चीत्कार से पार्वती बाहर आईं और सारा दृश्य देखकर दुःखी हो गईं. शिव जी से पुत्र को जीवित करने का आग्रह करने लगीं. इस पर नंदी ने एक दूसरे उलट दिशा में सो रहे हथिनी के शिशु के सिर को लाकर शिवजी को दिया. हाथी के शिशु के सर को गणेश जी के धड़ से लगाकर शिवजी ने उन्हें जीवित किया.