जयपुर। राजस्थान में स्कूली बच्चों को महापुरूषों की गाथाओं के साथ नोटबंदी और कैशलैस का पाठ भी पढ़ाया जाएगा। राज्य सरकार जल्द ही पाठ्यक्रम में इसे जोड़ने जा रही है। सूबे के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने ये घोषणा की है कि 12वीं के अर्थशास्त्र विषय में नोटबंदी और कैशलैस को जोड़ा जाएगा। मंगलवार को प्रदेश बीजेपी कार्यालय में शिक्षामंत्री ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि पाठ्यक्रम में बदलाव सतत प्रक्रिया है । पहले सरकार ने स्वच्छता, जल स्वावलंबन को पाठ्यक्रम में जोड़ा था। और अब नोटबंदी और कैशलैस के फायदे स्कूली छात्रों को बताने के लिए इसे जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अकबर को हटा कर महाराणा प्रताप को भी सरकार ने जोड़ा जिससे बच्चे संस्कारवान बनें। शिक्षा मंत्री ने कहा प्रदेश में बालिका शिक्षा की स्थिति लगातार सुधर रही है। साल 2014 में गार्गी पुरस्कार पाने वाली बालिकाओं की संख्या 44 हजार थी, वहीं 2016 में यह 68 हजार पहुंच गई है।
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