उत्तर प्रदेश के कानपूर जिले में एक ऐसा डॉक्टर है जो फुटपाथ पर पैर बैठकर गरीब लोगो का इलाज करता है। डॉक्टर अजित सिंह का मकसद है गरीब लोगों की सेवा करना। डॉ अजित रोजाना कानपूर के एक फुटपाथ पर २ घंटे केनोपी लगाकर मरीजों को देखते है। वे ये काम शहीदों के परिवार को सम्मान देने के लिए कर रहे है। उनके पास इलाज करवाने के लिए हर तरह के मरीज़ आते है। डॉ अजित मरीजों को देखने के बाद सैंपल की दवाइयां भी मुहैयाँ कराते है। उनका स्वयं का १०० बैड का अस्पताल भी है उसके बावजूद वे रोजाना दो घंटे गरीब लोगो की सेवा में लगाते है। इतना ही नही डॉ चौधरी फूटपाथ पर शहीदों के परिवार वालो के लिए दान पात्र भी रखते है जिसमे इलाज़ करवाने के लिए आने वाले लोग अपने सामर्थ्य के अनुसार पैसा दान कर सकते है। उन्होंने बताया कि जब कोई सैनिक शहीद होता है तो उसके परिवार को बहुत कष्ट होता है यही सोच कर उन्हें ख्याल आया की गरीब लोगो की सेवा की जानी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मन की बात में उनका ज़िक्र किया था और उनके काम को सराहा था। डॉ अजित से इलाज करवाकर जिन्हें फायदा हुआ उन लोगो ने इसकी जानकारी प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर की थी। उनका कहना है की उन्हें उम्मीद भी नहीं थी की देश का प्रधानमंत्री उनकी प्रशंसा करेगा। उनका कहना है की प्रधानमंत्री की प्रशंसा से उनका होसला और अधिक बढ़ गया है और वो अपने इस काम को जारी रखेंगे। उनके क्लिनिक में इलाज़ करवाने के लिए आने वाले मरीज़ भी उनसे बहुत खुश है। उनका देश के डॉक्टरों को सन्देश है की सभी डॉक्टरों को एक घंटा समाज सेवा के लिए ज़रूर देना चाहिए। हम सभी जानते है कि हमारे देश की आबादी का एक बहुत बड़ा हिस्सा ऐसा है जिसके पास दो वक्त के खाने का भोजन भी उपलब्ध नहीं है ऐसे मे वो अपने इलाज पर पैसा कैसे खर्च कर सकता है। इसके लिए सर्कार द्वारा भी अनेक योजनायें बनायीं गयी है। सर्कार तो अपना काम कर ही रही है लकिन ज़रूरी है की समाज को भी आगे आकार लोगो की मदद करनी होगी ऐसे लोगो को सहारा देना पड़ेगा जो समाज में पिछड़ गए है क्यूंकि जब समाज के सबसे निम्न तपके का विकास होगा तभी समाज का सम्पूर्ण विकास होगा और देश आगे बढेगा। डॉक्टर को भगवन का रूप मन जाता है क्यूंकि वो हमे नयी ज़िन्दगी देता है यह एक निःस्वार्थ सेवा का भाव है। लेकिन समय के साथ ये पेशा भी आय कमाने का एक जरिया बन गया है। हम अक्सर सुनते है की किसी डॉक्टर ने पैसे के कारन किसी मरीज़ का इलाज नहीं किया। ऐसी घटनाए हमे ये बताती है कि सेवा भाव का यह काम किस तरह पेशा बनता जा रहा है लकिन डॉक्टर अजित सिंह जैसे लोगो से हमारे समाज को शिक्षा लेने की ज़रूरत है।
Check Also
Explore Diverse and Creative Careers in Media and Communication
Journalism and Mass Communication is one of the most dynamic and rapidly evolving fields in …