जयपुर। राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर प्रदेश की तीन साहसी बेटियों को एक दिन का मंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ। इन तीनों बेटियों ने बाल विवाह के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बाल विवाह से लड़ने वाली जसोदा गमेती,सोना बैरवा, प्रीतिकंवर राजावत नाम की साहसी बेटियों को महिला एवं बाल विकास विभाग में एक दिन का मंत्री मंगलवार को बनाया गया। इस दौरान तीनों बेटियां बारी-बारी से मंत्री की कुर्सी पर बैठी और विभागीय फाइलों पर हस्ताक्षर कर स्वीकृतियां जारी की। इस दौरान 10500 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए मोबाइल और 262 सेक्टरों में महिला सुपरवाइजर के लिए आइपैड की स्वीकृति जा की। इस मौके पर महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने कहा कि लड़कियों को भी आजादी मिले तो वे पूरा आसमान नाप सकती है। इससे पहले राज्य स्तरीय समारोह में तीनों बेटियों को गरीमा बालिका संरक्षण एवं सम्मान पुरस्कार 2016-17 से सम्मानित किया गया। वहीं मंत्री बनने के बाद इन तीनों बेटियों ने मीडिया को बताया कि उन्होंने परिवार और समाज के खिलाफ जाकर अपना बाल विवाह निरस्त करवाया।
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