नई दिल्ली। देश में इंजिनियरिंग संस्थानों की कम होती गुणवत्ता और इसके डिग्रीधारकों को मिलने वाली नौकरियों में आई कमी को देखते हुए केन्द्र सरकार ने नए कदम उठाए हैं। इसके तहत अब सरकारी और निजी इंजिनियरिंग संस्थानों के सभी छात्रों को उनके सत्र के अंतिम वर्ष में एग्जिट टेस्ट पास करना जरूरी होगा। इस परीक्षा पास होने पर ही छात्रों को इंजिनियरिंग में काबिल माना जाएगा और नतीजों के आधार पर ही छात्रों को नौकरी मिल सकेगी। एचआरडी मंत्रालय के सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अगले हफ्ते ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन(एआईसीटीई) की इस मुद्दे पर बैठक होगी। चर्चा में छात्रों के कौशल और योग्यता को विषय बनाया जाएगा जो उसकी प्रोफेशनल जिंदगी के लिए जरूरी समझी जाती है। इस पर आखिरी फैसला एआईसीटीई ही करेगा। गौरतलब है कि देश में हर साल करीब 3000 रजिस्टर्ड तकनीकी संस्थानों से इंजिनियरिंग के करीब 7 लाख छात्र डिग्री लेकर निकलते है। इनमें से महज 20 से 30 प्रतिशत छात्रों को ही रोजगार मिल पाता है।
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