बेंगलूरु। पीएम नरेन्द्र मोदी ने रविवार को 14 वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि हम पासपोर्ट का रंग नहीं देखते बल्कि खून का रिश्ता देखते हैं । उन्होंने भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ सरकार की मुहिम का साथ देने के लिए प्रवासी भारतीयों का शुक्रिया अदा किया । इस दौरान मोदी ने प्रवासी भारतीय पीआईओ(पर्सन ऑफ इंडियन ऑरिजन) को ओसीआई(ओवरसीजन सिटिजन ऑफ इंडिया) कार्ड में बदलने की अंतिम समयसीमा जून तक बढाने का भी ऐलान किया। कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए एफडीआई का मतलब सिर्फ फोरेन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट नहीं है बल्कि फर्स्ट डवलप इंडिया है। मोदी ने कहा कि प्रवासी भारतीयों की तरफ से हर साल भारतीय अर्थव्यवस्था में होने वाला इंवेस्टमेंट करीब 69 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। यह एक अमूल्य योगदान है। पीएम ने कहा कि 30 लाख प्रवासियों की ताकत सिर्फ उनका संख्याबल नहीं है, बल्कि भारत और जिस देश में वे रह रहे हैं उनके प्रति उनका सम्मान भी है। सम्मेलन के दौरान पीएम ने प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा से लेकर ब्रेन ड्रेन को ब्रेन ग्रेन में बदलने और ब्लैक मनी जैसे अहम मुद्दों पर बात की। गौरतलब है कि दुनियाभर में 3.12 करोड़ प्रवासी भारतीय है जिनमें से करीब 6000 प्रवासी प्रतिनिध इस सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं।
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