20 साल पहले हादसे मै दोनों हाथ कट गए पर हिम्मत नही हारी,आत्मनिर्भर बनने,
परिवार सँभालने के लिए पाँव से लिखना सीखा। 10-12 के बाद स्नातक की परीक्षा
अच्छे आंको से पास की । बी.एड के बाद तीन साल पहले टेट भी पास किया । लेकिन
न नोकरी न रोजगार जिला कलेक्टर से लेकर मंत्रियो तक गोहर लगाई मगर सिर्फ
आश्वासन मिला। बैंको में लॉन लेने के कोशिश की मगर दो सरकारी गवाहों की
अनिर्वारिता आड़े आगई। यह करोली जिले के निवासी 28 वर्षीय कृष्ण कुमार चतुर्वेदी की है