राधिका अग्रवाल
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शुक्रवार को दो दिन के कर्नाटक के दौरे पर जाएंगे। आज वे बेल्लारी में रोड शो करेंगे और चुनावी रैली को संबोधित करेंगे, और राज्य में चुनाव की तैयारियों को लेकर नड्डा आज संगठन की बैठक भी करेंगे। 18 मार्च को नड्डा ने पार्टी कैंपेन कमेटी और पार्टी चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई है।
23-24 मार्च को अमित शाह की चुनावी सभा और 25 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली
पार्टी से मिली जानकारी के मुताबिक, PM मोदी 25 मार्च को कर्नाटक दौरे पर जा सकते हैं। दो महीने के भीतर उनकी ये सातवीं कर्नाटक यात्रा होगी। इससे पहले पिछले रविवार को PM मोदी मांड्या और हुबली-धारवाड़ पहुंचे थे। प्रधानमंत्री ने सबसे पहले कांग्रेस-JDS के गढ़ मंड्या में रोड शो किया और फिर एक जनसभा को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कर्नाटक दौरे से पहले गृहमंत्री अमित शाह 23 और 24 मार्च को कर्नाटक में चुनावी सभाओं, रैलियों को संबोधित करेंगे और इसके साथ ही साथ पार्टी की बैठक में भाजपा नेताओं को जीत का मंत्र भी देंगे।
कर्नाटक में भाजपा का प्लान 5बी :-
कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के प्लान 5बी की भूमिका बड़ी महत्वपूर्ण होगी । इसके अतंगर्त कर्नाटक में 5 जिले आते हैं। इनमें कुल 72 सीटें हैं। इन पांच जिलों में बेंगलुरु, बेलगाम, बागलकोट, बीदर और बेल्लारी शामिल है। 2018 में भाजपा इन जिलों से सिर्फ 30 सीटे ही जीत पाई थी। लेकिन इस बार भाजपा यहां कोई चूक नहीं करना चाहती और और इसलिए भाजपा पहले से ही इसके लिए रणनीति बनाने की तैयारी में लगी हुई है ।
इस बार भाजपा का फोकस 150 से ज्यादा सीटों पर :-
भाजपा इस बार राज्य में 150 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने के लक्ष्य को लेकर चुनावी रणनीति बना रही है। 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 104 सीटे जरूर जीती थीं, लेकिन 224 विधानसभा सीटों वाले कर्नाटक में 113 के बहुमत आंकड़े से 9 सीटें कम रह गई थीं। जबकि कांग्रेस को 72 और JDS को 37 सीटें मिली थीं।
100 विधानसभा सीटों पर लिंगायत प्रभाव :-
कर्नाटक में लिंगायत समुदाय 17% के आसपास है। राज्य की तकरीबन आधी आबादी पर लिंगायत समुदाय का प्रभाव है। ऐसे में भाजपा के लिए येदि को नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा।