अब सोशल मीडिया में हो रहे गलत कमेंट्स पर कड़ी नजर रखी जाएगी। महिला और बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी ने ऑनलाइन लोगों को अपशब्द कहे जाने या अपमानित किए जाने के संबंध में ट्विटर इंडिया के अधिकारियों से बातचीत की है। केंद्रीय मंत्री मेनका ने साफ कहा है कि सोशल मीडिया में दुर्व्यवहार पर नजर रखी जाएगी। लेकिन सोशल मीडिया में ट्रोलिंग (घेरेबंदी) को रोकने के तहत साइबर जगत पर हर वक्त निगरानी नहीं होगी।
मेनका ने कहा कि इंटरनेट पर सरकार कोई पेट्रोलिंग नहीं करेगी। उनके मंत्रालय के अफसर केवल उन्हीं शिकायतों पर नजर रखेंगे जिसमें प्रभावित महिलाएं ई-मेल के जरिए अपनी शिकायत दर्ज करेंगी। इस सिलसिले में मेनका गांधी ने ट्विटर इंडिया की पब्लिक पालिसी प्रमुख महिमा कौल से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने फैसला लिया कि सोशल नेटवर्किग साइट ट्विटर एक व्यक्ति को नियुक्त करेगा जिससे मंत्रालय सीधा संपर्क रखेगा।
ट्रोलिंग की किसी भी शिकायत पर मंत्रालय के अफसर उस ट्विटर के उस अफसर से संपर्क करेंगे। मेनका गांधी अगले हफ्ते फेसबुक अफसरों से भी मिलेंगी। इससे पहले, मंत्रालय के अधिकारियों ने साइबर क्राइम विभाग के अफसरों के साथ भी मुलाकात की थी। मंत्रालय साइबर क्राइम सेल के साथ भी जरूरत पड़ने पर काम करेगा। इस बीच ट्विटर के प्रवक्ता ने कहा कि इस सोशल साइट पर नफरत के लिए कोई जगह नहीं है।