तानिया शर्मा
भारतीय महिला टीम ने तीसरे एवं आखिरी वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 2 विकेट से हरा दिया. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया का इस प्रारूप में लगातार 26 मैचों से चला आ रहा जीत का सिलसिला थम गया. जीत का यह क्रम 2018 में शुरू हुआ था. भारतीय टीम की जीत में ओपनर यास्तिका भाटिया (64 रन) और शेफाली वर्मा (56 रन) की अहम भूमिका रही. ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले दो मुकाबलों में जीत दर्ज कर पहले ही यह सीरीज अपने नाम कर चुकी थी.
ऑस्ट्रेलियाई पारी का हाल
मेजबान टीम ने तीसरे और अंतिम महिला वनडे में 9 विकेट पर 264 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था. ऑस्ट्रेलिया की टीम एक समय 25वें ओवर में चार विकेट पर 87 रन बनाकर संकट में थी, लेकिन एशले गार्डनर (67) और पिछले मैच में शतक जड़ने वाली बेथ मूनी (52) के बीच 98 रनों की साझेदारी की बदौलत वापसी करने में सफल रही. ताहलिया मैक्ग्रा ने भी 32 गेंदों में 47 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली.
दूसरे वनडे में दिल तोड़ने वाली हार के बाद झूलन ने हेन्स को मिड ऑफ पर कैच कराके भारत को पहली सफलता दिलाई.
लिसा इसके बाद रन आउट हुई, जबकि पूजा ने एलिस पैरी (26) को आउट करके ऑस्ट्रेलिया को चौथा झटका दिया. ऑस्ट्रेलिया की टीम हालांकि इसके बाद गार्डनर और मूनी के बाद साझेदारी की बदौलत वापसी करने में सफल रही.
लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ी जीत
भारतीय महिला टीम की रनों के हिसाब से लक्ष्य का पीछा करते हुए यह सबसे बड़ी जीत है. इससे पहले टीम इंडिया ने अक्टूबर 2019 में साउथ अफ्रीका के वड़ोदरा में 248 रनों का टारगेट का सफलता पूर्वक हासिल किया था. वहीं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी टीम की यह दूसरी सबसे बड़ी सफल रन चेज रही. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे बड़े लक्ष्य को चेज करने का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के न्यूजीलैंड के नाम है. 2017 में ऑकलैंड वनडे में कीवी टीम ने 276 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया था.