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ई- कॉमर्स एक जरिया व्यापार का

ई-कॉमर्स का अर्थ है- इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स। इसका मतलब है कि इन्टरनेट के माध्यम से व्यापार करना। आज की व्यस्त, भागदौड़ भरी जिन्दगी में काम से थक कर वापस आने के बाद कोई भी मार्केट जाकर खरीददारी करने का इच्छुक नही होता हैं। इस घरेलु खरीददारी वाले कार्य को ई-कॉमर्स ने आसान बनाया है। इसकी मदद से ग्राहक को घर बैठे सारी सामग्री उचित समय और कीमत पर उपलब्ध हो जाती है। ई-कॉमर्स सिर्फ सामान की खरीददारी तक सीमित नही हैं। इसकी सहायता से बैंकिंग, सरकारी दस्तावेज जैसे पासपोर्ट, आधारकार्ड, लाईसेंस आदि भी तैयार करवाये जा सकते हैं। इसके साथ ही ई-कॉमर्स ने शिक्षा के क्षेत्र में भी विकास किया हैं। कोई भी छात्र जो कॉलेज जाकर नही पढ़ सकता, वो घर बैठकर सीख सकता हैं।
ई-कॉमर्स में भुगतान के लिए भी कई प्रावधान है । जैसे – कैश ऑन डिलीवरी, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड आदि। उपभोक्ता अपनी इच्छा अनुसार कोई भी तरीका प्रयोग कर सकता है। किसी भी ई-कॉमर्स संस्था को अपने उपभोक्ता के साथ पूरी पादर्शिता रखनी चाहिए। ताकि अपने उपभोक्ता का विश्वास जीत सके।
ई-कॉमर्स में कॅरियर अवसर
ई-कॉमर्स के बढ़ते क्षेत्र में टेक्नोलॉजी में दक्ष युवाओ की मांग बढ़ती जा रही हैं। इन्टरनेट यूजर्स की संख्या में दिन प्रतिदिन हो रही बढ़ोतरी ई-कॉमर्स के क्षेत्र में नये कॅरियर अवसर की ओर इशारा करती हैं। ई-कॉमर्स में ऐसे युवा अपना कॅरियर बना सकते है, जो टेक्नीकल एक्सपट्र्स हो। ई-कॉमर्स का कोर्स नेटवर्किंग और प्रोग्रामिंग की विशेषज्ञता वाला कोर्स होता हैं। ई-कॉमर्स में मैनेजमेंट और कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग और नेटवर्किंग का ज्ञान दिया जाता है। इस कोर्स को करने बाद युवाओं के लिए बड़ी संख्या में अच्छे पैकेज के साथ प्लेसमेंट होता हैं। सिर्फ बेवसाइट के माध्यम से ही नहीं, मोबाइल एप के माध्यम से भी छोटे-मझोले कारोबार को बढ़ावा दिया जा रहा है।
ई-कॉमर्स के लाभ
ई-कॉमर्स के कई लाभ है जैसे बााजार का विस्तार, मध्यस्थों की समाप्ति, उपभोक्ताओं की शीघ्र सेवायें, घरेलू व अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि, जल्दी व सस्ती सूचनाओं का आदान-प्रदान और प्रतिस्पर्धा में वृद्धि। ई-कॉमर्स के जरिए उपभोक्ताओ को शॉपिंग, मनोरंजन, स्वास्थ्य और वित्तीय आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इसमें कम्पनियां अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार कर दूसरे व्यवसायिक संगठनों के साथ संबंध स्थापित करते है और व्यवसायिक सौदे करते हैं। इसके अन्तर्गत विडियों कॉन्फ्रेसिंग, बुलेटिन बॉण्ड आदि सेवाओं का उपयोग कर व्यवसायिक संगठन अपने विभिन्न ऑफिस वर्क को सरल बनाते है।
कुल मिलाकर ई-कॉमर्स का अर्थ वाणिज्य के सभी कार्यो को इलेक्ट्रॉनिक की मदद से करना या इन्टरनेट से व्यापार करना है।
ई-कॉमर्स आजकल बहुत सारी सुविधाएं प्रदान की पर इसके कुछ ऐसे पहलु भी है जिन पर गौर किया जाना जरूरी है जैसे कि लोगों में सामाजिक जागरूकता कम हो रही है। लोग स्वयं तक सीमित रह गये है। ई-कॉमर्स समाज में हैल्थ इश्यूज का भी एक कारण बन गया है। इसने कुछ लोगों में एडिक्शन का भी रूप ले लिया है।

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