तानिया शर्मा
पिछले एक साल में सिरदर्द, बदन दर्द और बुखार से राहत के लिए आपने कौनसी गोली यूज की है? याद नहीं आ रहा तो कोई बात नहीं. आपको अपने दिमाग पर ज्यादा जोर डालने की जरूरत नहीं है. हम आपको बताते हैं कि आपने कौनसी गोली इस्तेमाल की होगी. या तो आपने क्रोसिन ली होगी या फिर डोलो 650. अब आपको बताते हैं पूरे भारतवासियों ने इस दौरान कौनसी गोली का इस्तेमाल किया. तो दोस्तों, Dolo 650 पिछले एक साल में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली गोली बन चुकी है.
मार्च 2020 के बाद से डोलो 650 ने कराई 567 करोड़ रुपये की कमाई
मार्च 2020 के बाद से 567 करोड़ रुपये की डोलो 650 गोलियां बिक चुकी हैं. इतना ही नहीं कोरोना काल में इस गोली को एक पसंदीदा ‘स्नैक’ कहा जा रहा है. सालभर में इसकी इतनी बिक्री हुई कि पिछले हफ्ते #Dolo650 एक मीम फेस्ट में सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही थी. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इस दौरान यह गोली इतनी क्यों इस्तेमाल की गई, डॉक्टरों ने इस गोली को मरीजों के लिए इतना क्यों लिखा?
जनवरी 2020 से पैरासिटामोल की बिक्री पर नजर डालें तो पता चलता है कि बिक्री के मामले में डोलो 650 सबसे ऊपर रही है. बिक्री के मामले में कालपोल और सुमो एल दूसरे और तीसरे नंबर पर रहीं. पैसासिटामोल के भारत में कुल 37 ब्रांड्स है, जिनकी बिक्री देश के अलग-2 क्षेत्रों में सबसे अधिक है. डोलो 650 को बेंगलुरु स्थित माइक्रो लैब्स लिमिटेड बनाती है. वहीं कालपोल का उत्पादन जीएसके फार्मास्यूटिकल्स करती है और इन दोनों ही गोलियों को डॉक्टर आम तौर पर मरीजों के लिए लिखते हैं।
दिसंबर में डोलो 650 ने की 28 करोड़ की बिक्री
बता दें कि दिसंबर 2021 में डोलो 650 ने 28.9 करोड़ रुपये की बिक्री की, जो पिछले साल इसी महीने में हुई बिक्री से 61.45 प्रतिशत अधिक थी, लेकिन इसकी सबसे अधिक बिक्री अप्रैल-मई 2021 में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुई. अप्रैल में इसकी बिक्री से 48.9 करोड़ जबकि मई में 44.2 करोड़ रुपये की कमाई हुई.