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स्वदेशी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी, देश की दूसरी वैक्सीन

स्वदेशी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी, देश की दूसरी वैक्सीन

स्वदेशी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी, देश की दूसरी वैक्सीन

स्वदेशी कोरोना वैक्सीन:  कोरोना वायरस महामारी के बीच सभी को इसकी वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) का बेसब्री से इंतजार है. ऐसे में कोरोना के खिलाफ जंग में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है. दरअसल, देश को पहली स्वदेशी कोरोना वैक्सीन मिल गई है. एक्सपर्ट कमेटी ने भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ के इमरजेंसी (आपातकालीन) इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है.

गौरतलब है कि कोवैक्सीन भारत की स्वदेशी वैक्सीन है. इसे भारत बायोटेक ने विकसित किया है. इस वैक्सीन को भारत बायोटेक व एनआईवी पुणे ने मिलकर तैयार किया है. अभी तक भारत में दो वैक्सीन हैं जिन्हें सिफारिश के लिए हरी झंडी मिल गई है. यानी कोविशील्ड के बाद कोवैक्सीन देश की दूसरी वैक्सीन है जिसे एक्सपर्ट कमेटी ने मंजूरी दे दी है.

स्वदेशी कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन

शनिवार को पूरे देश में वैक्सिनेशन का ड्राई रन किया गया। इसमें 125 जिलों के 285 सेंटर शामिल थे। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने पहले कहा कि कोरोना वैक्सीन पूरे देश में फ्री होगी। फिर डेढ़ घंटे बाद बोले कि पहले फेज में यह 3 करोड़ लोगों के लिए फ्री मिलेगी। इनमें 1 करोड़ हेल्थकेयर वर्कर्स और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल होंगे। ड्राई रन की प्रोसेस में वैक्सीनेशन से इतर चार स्टेप्स शामिल थे। इनमें

  1. बेनीफिशियरी की जानकारी,
  2. जहां वैक्सीन दी जानी है उस जगह की डिटेल,
  3. डाक्यूमेंट्स का वैरिफिकेशन और
  4. वैक्सीनेशन की मॉक ड्रिल और रिपोर्टिंग की जानकारी शामिल था।

देश की दूसरी वैक्सीन

गौरतलब है कि ‘कोवैक्सीन’ देश की दूसरी वैक्सीन है, जिसको इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली है. जबकि, मंजूरी पाने वाली ‘कोवैक्सीन’ भारत की पहली वैक्सीन है. यानी कि ये पहली स्वदेशी वैक्सीन है. एक दिन पहले (1 जनवरी) ऑक्सफोर्ड एस्ट्रेजेनेका की कोरोना वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ के इमरजेंसी इस्तेमाल को एक्सपर्ट पैनल ने मंजूरी दी थी. ‘कोविशील्ड’ को भारत में सीरम इंस्टीट्यूट प्रोड्यूस कर रहा है. कहा जा रहा है कि सीरम इंस्टीट्यूट के पास पहले से ही भारी मात्रा में वैक्सीन के डोज उपलब्ध हैं. फिलहाल, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से अप्रूवल मिलने के बाद ‘कोवैक्सिन’ और ‘कोविशील्ड’ दोनों वैक्सीन का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा.

 

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