देश में करोड़पति और मध्यमवर्गीय परिवारों में इजाफा हुआ है। हुरन इंडिया की मंगलवार को जारी वेल्थ रिपोर्ट 2020 के मुताबिक महामारी के बावजूद देश में 4.12 लाख करोड़पति और 6.33 लाख मध्यम वर्गीय परिवार बढे हैं। नए करोड़पतियों में 3000 परिवार ऐसे थे जिनकी नेटवर्थ 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा थी। और वे सुपर रिच की श्रेणी में शामिल हो गए हैं। नए मध्यमवर्गीय परिवारों की बात करें तो इन परिवारों में 20 लाख रुपए की सालाना औसत बचत दर्ज हुई है। साथ ही उनके पास अपने मकान और महंगे वाहन भी थे।
हालांकि सामान्य मध्यमवर्गीय परिवारों की बात करें तो इनकी संख्या 564 करोड़ है। इनकी सालाना कमाई ढाई लाख रुपए है और कुल संपत्ति 7 करोड़ रुपये से कम है। रिपोर्ट के मुताबिक देश के सम्पन्न परिवार दो भागों में विभाजित है। पहले वह हैं जिनकी आय कुछ काम करने से अर्जित होती है। साथ ही उनके पास फिक्स डिपाजिट है और रियल एस्टेट और शेयर में निवेश से भी उनकी आमदनी बढ़ती है। दूसरे, वह है जो खानदानी संपन्न परिवार से हैं।और संपन्नता उन्हें विरासत में मिली है।
उनके पास रियल एस्टेट तो है ही जमा जमाया कारोबार भी उन्हें मिला है। जिससे उनकी आमदनी लगातार बनी रहती है। और तो और परिवार का पुराना पैसा जो बहुत पहले शेयर बाजार में लगाया गया था वह भी डिविडेंड के जरिए इन परिवारों की आय को बढ़ा देता है। राज्यों की बात करें तो 56000 अमीरों के साथ महाराष्ट्र शीर्ष पर है। उसके बाद उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु कर्नाटक और गुजरात का नंबर आता है।